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टेढ़े सवालों के उम्दा जवाब
इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों से अकसर ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जो उन्हें पसंद नहीं आते या जिनके जवाब से वे भागते हैं। यह भी संभव है कि उन प्रश्नों का उनकी जॉब से कोई ताल्लुक ही न हो। ऐसे में उन्हें न चाहते हुए भी इन सवालों के जवाब बहुत सावधानी से देने की जरूरत होती है। इस बारे में बता रहे हैं संजीव चन्द
नौकरी अथवा प्रमोशन से जुड़े इंटरव्यू में सम्मिलित होने की सूचना से ही उम्मीदवार का मन खुशी से झूम उठता है और अंदर ही अंदर वह करियर के कई सुनहरे सपने बुनने लगता है। इसकी तैयारी के लिए वह हर मुमकिन कोशिश करता है। लेकिन कई बार इंटरव्यू में ऐसे सवाल पूछ दिए जाते हैं, जिनका जवाब देना उम्मीदवार के लिए मुश्किल हो जाता है, इसीलिए इंटरव्यू में पूछे जाने वाले मुश्किल सवालों की तैयारी काफी अहम हो जाती है। आइए जानें ऐसे ही कुछ सवालों के बारे में-
खुद का परिचय भी कुछ ऐसे
कई बार साक्षात्कारकर्ता आपसे अपने बारे में कुछ बताने के लिए कहते हैं। एक बड़े शैक्षणिक संस्थान में एचआर की सुरभि शर्मा बताती हैं,‘अमूमन इस सवाल का जवाब लोग अपना नाम, पिता का नाम, पता और उम्र बता कर देते हैं, जबकि ये बातें रेज्यूमे में स्पष्ट रूप से लिखी होती हैं। ऐसे सवाल पूछे जाने पर बताएं कि वर्तमान नौकरी में आपकी फलां भूमिका है और जिस नौकरी के लिए आप इंटरव्यू में बैठे हैं, उसके लिए आप पूरी तरह से योग्य हैं।’
संभल कर बताएं अपनी कमजोरी
इंटरव्यू के समय अकसर उम्मीदवारों से उनकी कमियों के बारे में पूछा जाता है। ऐसे प्रश्नों का जवाब बहुत सोच-समझ कर दिया जाना चाहिए और उम्मीदवारों को सिर्फ प्रोफेशन से जुड़ी कमियां ही जाहिर करनी चाहिए। उन्हें ये भी बताना चाहिए कि वे अपनी कमियां दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ये भी न कहें कि आपके अंदर कोई कमी ही नहीं है, क्योंकि देर-सवेर आपकी कमियां जाहिर हो जाएंगी।
नौकरी बदलने की सही वजह
लगभग हर इंटरव्यू में उम्मीदवार से पूछा जाता है कि वे मौजूदा नौकरी क्यों बदलना चाहते हैं। एक प्राइवेट फर्म में एचआर हेड अश्विनी भार्गव कहती हैं, ‘जवाब देते समय उन्हें भरोसा दिलाएं कि आप बेहतरी के लिए कंपनी बदल रहे हंै। ऐसा भी न हो कि भावनाओं में बह कर आप पिछली कंपनी की बुराई करने लगें। बात करते हुए साक्षात्कारकर्ता से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें।’
वाजिब सेलरी की मांग
इंटरव्यू में कुछ कदम तक सफल होने के बाद सेलरी को लेकर नियोक्ता और उम्मीदवार के बीच खूब मोलभाव होता है। इससे घबराएं नहीं। जिस पद के लिए इंटरव्यू दे रहे हैं, सीनियर या उस क्षेत्र के लोगों से उसकी स्टैंडर्ड मार्केट सेलरी के बारे में पहले पता कर लें। अपनी सेलरी के लिए रेंज में बात करें और शिष्टता के साथ नेगोशिएट करें।
(आंकड़े अंडरकवररिक्रूटर्सडॉटकॉम पर प्रकाशित)
ये हैं इंटरव्यू के नए ट्रेंड
टेलीफोनिक इंटरव्यू : इस विधा में उम्मीदवार के लिए मानसिक तैयारी जरूरी है। इसमें फोकस बनाए रखना और साक्षात्कारकर्ता की बातों पर गौर करना बहुत अहम है, क्योंकि आसपास किसी तरह की रुकावट भी हो सकती है। कई बार उम्मीदवार सवाल बीच में ही काट कर जवाब देना शुरू कर देते हैं, जिससे साक्षात्कारकर्ता नाराज हो सकते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग इंटरव्यू : स्काईप, गूगल हैंगआउट जैसे सॉफ्टवेयर्स पर आजकल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग इंटरव्यू होने लगे हैं। ऐसा इंटरव्यू देते हुए उम्मीदवारों को अपनी ड्रेस, चेहरे के हावभाव पर विशेष ध्यान देना चाहिए। चाहें तो पानी की एक बोतल अपने पास रख सकते हैं। ऐसे इंटरव्यू में सजग रहने के साथ आत्मविश्वास दिखाना भी जरूरी है।
वन-टू-वन इंटरव्यू : इस परंपरागत तरीके में साक्षात्कारकर्ता और उम्मीदवार आमने-सामने बैठते हैं। ऐसे में उम्मीदवारों को इजाजत लेकर अंदर जाना चाहिए और सीट पर बैठना चाहिए। बिना पूछे बैठना अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इसमें कपड़े व आपके हावभाव काफी मायने रखते हैं। अंडरकवररिक्रूटर्सडॉटकॉम पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार 70 प्रतिशत नियोक्ता हद से ज्यादा फैशनेबल या ट्रेंडी उम्मीदवारों को पसंद नहीं करते। प्रतियोगी परीक्षाओं व इंटरव्यू की तैयारी कराने वाले दिल्ली स्थित एक कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर सत्येंद्र कुमार कहते हैं, ‘वन-टू-वन इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवार को चेहरे पर तनाव न लाकर मुस्कराहट बिखेरनी चाहिए।’
पैनल इंटरव्यू : इसमें कई साक्षात्कारकर्ताओं का एक पैनल उम्मीदवार का इंटरव्यू करता है। करियर काउंसलर गीतांजलि कुमार का मानना है कि इस तरह के इंटरव्यू में उम्मीदवार को घबराना नहीं चाहिए, बल्कि बारी-बारी से सबकी ओर देखते हुए प्रश्नों का जवाब देना चाहिए।
स्ट्रेस इंटरव्यू: डीयू की मनोविज्ञान की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. अशुम गुप्ता बताती हैं, ‘इस तरह के इंटरव्यू में उम्मीदवारों की तनाव की स्थिति में निर्णय लेने की क्षमता का आकलन किया जाता है। उनसे किसी समस्या का समाधान पूछा जाता है। ऐसे में उम्मीदवार संक्षिप्त उत्तर दें और पोस्चर सही रखें।’
लंच इंटरव्यू : मल्टीनेशनल सहित अधिकांश कॉरपोरेट कंपनियां अपने लिए परफेक्ट उम्मीदवार की तलाश में लंच इंटरव्यू का आयोजन करती हैं। इस तरह के इंटरव्यू में सावधानी जरूरी है। यहां कंपनियां यह देखना चाहती हैं कि अनौपचारिक माहौल में इंटरव्यू देते हुए आप कितने सहज रहते हैं। लंच के दौरान अगर नियोक्ता को लगता है कि आपको खान-पान का सही तरीका नहीं पता तो उसका असर आपके इंटरव्यू पर पड़ना तय है। बड़ा मुंह खोल कर खाना, खाना खाते हुए आवाज करना, चम्मच व प्लेट की खटर-पटर जैसी चीजों से भी बचना जरूरी है।
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